शनिवार, 22 अप्रैल 2017

शिवपच्चाक्षर स्तोत्र

शिवपच्चाक्षर स्तोत्र

नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय महेश्वराय।
नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै न काराय नम: शिवाय॥१॥

मन्दाकिनीसलिलचन्दनचर्चिताय नन्दीश्वर प्रमथनाथ महेश्वराय।
मन्दारपुष्पबहुपुष्पसुपूजिताय। तस्मै म काराय नम: शिवाय॥२॥

शिवाय गौरीवदनाब्जवृन्द सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय।
श्रीनीलकण्ठाय वृषध्वजाय तस्मै शि काराय नम: शिवाय ॥३॥

वसिष्ठकुम्भोद्भवगौतमार्य मुनीन्द्रदेवार्चितशेखराय।
चन्द्रार्कवैश्वानरलोचनाय तस्मै व काराय नम: शिवाय ॥४॥

यक्षस्वरूपाय जटाधराय पिनाकहस्ताय सनातनाय।
दिव्याय देवाय दिगम्बराय तस्मै य काराय नम: शिवाय॥५॥

पच्चाक्षरमिदं पुण्यं य: पठेच्छिवसन्निधौ। शिवलोकमवाप्नोति शिवेन सह मोदते॥६॥

कोई टिप्पणी नहीं: